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हरिद्वार से यमुनोत्री कैसे पहुंचें | Haridwar To Yamunotri

हरिद्वार से यमुनोत्री कैसे पहुंचे | सबसे अच्छा समय | मार्ग | बस | रेल गाडी

हरिद्वार से यमुनोत्री का सफर काफी मनोहारी होता है। यहां आप भारत की पवित्र नदियों, पर्वतों और हरित वनों के दर्शन कर सकते हैं। सफर का पहला चरण हरिद्वार से देहरादून तक होता है, जहां से आप बाइक, कार, बस या टैक्सी द्वारा जा सकते हैं। इसके बाद, देहरादून से बरकोट तक का सफर करें, जो यमुनोत्री से केवल 49 किलोमीटर दूर है। यहां से आप ट्रैकिंग के माध्यम से यमुनोत्री पहुंच सकते हैं।

  • हरिद्वार से देहरादून: 53 किलोमीटर
  • देहरादून से बरकोट: 136 किलोमीटर
  • बरकोट से यमुनोत्री: 49 किलोमीटर

सर्वश्रेष्ठ समय | Best Time to Visit

यमुनोत्री जाने का सर्वश्रेष्ठ समय मई से जून और सितंबर से नवम्बर के महीने होते हैं। इस दौरान, मौसम आदर्श होता है और यात्रा करने के लिए सुविधाजनक होता है। जुलाई और अगस्त में बाढ़ की संभावना के कारण यात्रा करने से बचें।

यमुनोत्री का इतिहास | History of Yamunotri

यमुनोत्री उत्तराखंड में स्थित चार धामों में से एक है और यह धाम भी काफी लोकप्रिय है। और चार धाम यात्रा यमुनोत्री से भी शुरू होता है। यमुनोत्री मंदिर आ में स्थित है समुद्र तल से 3225 मीटर की ऊंचाई पर। यमुनोत्री में सूर्य कुंड और गर्म पानी की टंकी है।

यमुनोत्री का इतिहास बहुत पुराना है, और इसे यमुना नदी की उत्पत्ति स्थली माना जाता है। इसका अधिकांश इतिहास महाभारत कालीन कहानियों और मान्यताओं से जुड़ा हुआ है। यहाँ यमुनोत्री मंदिर है जो महाराणी गुलाब कौर ने 19वीं शताब्दी में बनवाया था।

यमुनोत्री में स्थित मां के मंदिर को टिहरी गढ़वाल के राजा सुदर्शन शाह ने 1840 में बनवाया था। जो बर्फ और बाढ़ के कारण नष्ट हो गया था। 19वीं शताब्दी के अंत में जयपुर की महारानी गुलेरिया ने किसकी जान बचाई थी? प्रचलित कथा के अनुसार वृद्धावस्था के कारण असिप्त ऋषि सप्त ऋषि कुंड में स्नान करने नहीं जा सके। तो उनकी अपार श्रद्धा को देखकर उनकी कुटिया से माता यमुना प्रकट हुईं। वही स्थान आज है, इसे हम यमुनोत्री के नाम से जानते हैं।

हर साल लाखों यात्री यहाँ आते हैं और इस पवित्र स्थल का दर्शन करते हैं। यमुना नदी की उपासना करने वाले लोग इसे अत्यंत पवित्र मानते हैं।

हरिद्वार से यमुनोत्री: यात्रा के विभिन्न तरीके | Various Ways to Reach Yamunotri from Haridwar

  1. सड़क द्वारा: हरिद्वार से यमुनोत्री तक यात्रा सड़क मार्ग द्वारा भी की जा सकती है। विभिन्न बस सेवाएं और टैक्सी उपलब्ध होती हैं जो यात्रियों को हरिद्वार से बरकोट तक ले जाती हैं। बरकोट से यात्री जान तो चाहेंगे की यमुनोत्री तक की यात्रा पैदल ही करनी होती है।
  2. हवाई जहाज़ द्वारा: जिनके पास समय की कमी हो, वे हवाई जहाज़ का उपयोग कर सकते हैं। हरिद्वार के नजदीक जौलीग्रांट हवाई अड्डा स्थित है, जो देहरादून में है। जौलीग्रांट से बरकोट तक टैक्सी सेवाएं उपलब्ध हैं।
  3. रेल द्वारा: हरिद्वार रेलवे स्टेशन से देहरादून तक रेल सेवा उपलब्ध है। देहरादून से आपको बस या टैक्सी से बरकोट तक जाना होगा।

यमुनोत्री के प्रमुख आकर्षण | Major Attractions in Yamunotri

  1. यमुनोत्री मंदिर: यह मंदिर यमुना देवी को समर्पित है और इसकी स्थापना महारानी गुलाब कौर ने 19वीं शताब्दी में की थी।
  2. सूर्य कुंड: यह एक गर्म पानी का कुंड है, जहां भक्त अपने प्रसाद को पकाने के लिए इसका उपयोग करते हैं।
  3. दिव्य शिला: यह एक पत्थर की प्राचीन मूर्ति है, जिसे यमुना देवी का स्वरूप माना जाता है।
  4. जलमग्न शिवलिंग: यह एक प्राकृतिक शिवलिंग है, जो केवल तब दिखाई देता है जब नदी का जलस्तर कम होता है।

यमुनोत्री के निकटवर्ती स्थल | Nearby Places to Yamunotri

  1. उत्तरकाशी: उत्तरकाशी एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो यमुनोत्री से केवल 49 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसका नाम उत्तर (North) और काशी (Varanasi) के संयोग से आया है, क्योंकि इसे काशी का उत्तरी समकक्षी माना जाता है। उत्तरकाशी में विश्वनाथ मंदिर और कुण्डेश्वर महादेव मंदिर जैसे प्रमुख मंदिर हैं।
  2. गंगोत्री: गंगोत्री, जो यमुनोत्री से लगभग 129 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, एक अन्य धार्मिक स्थल है जो चार धाम यात्रा का हिस्सा है। इसका नाम गंगा नदी की उत्पत्ति स्थली के रूप में जाना जाता है।
  3. बरकोट: बरकोट एक प्राकृतिक सुंदरता और शांति का स्थल है, जो यमुनोत्री से लगभग 49 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसे यमुनोत्री यात्रा के लिए एक मुख्य ठहराव के रूप में जाना जाता है।
  4. देहरादून: देहरादून, उत्तराखंड की राजधानी, यमुनोत्री से 176 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस शहर में कई प्रमुख पर्यटन स्थल, जैसे कि राजाजी राष्ट्रीय उद्यान, सहस्त्रधारा, और रोबर्स केव हैं।
  5. ऋषिकेश: यह एक प्रमुख धार्मिक और योग स्थल है, जो यमुनोत्री से 213 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ गंगा आरती, लक्ष्मण झूला, और राम झूला जैसे प्रमुख आकर्षण हैं।

ये स्थल यमुनोत्री के निकटवर्ती हैं और उनके स्वयं के अद्वितीय आकर्षण हैं। यात्रा के दौरान, इन स्थलों को भी शामिल करने से आपके अनुभव को और अधिक यादगार और अर्थपूर्ण बनाया जा सकता है।

हरिद्वार से यमुनोत्री की दूरी कितनी है?

हरिद्वार से यमुनोत्री की कुल दूरी लगभग 238 किलोमीटर होती है।

यमुनोत्री में क्या देखने के लिए होता है?

यमुनोत्री में यमुनोत्री मंदिर, सूर्य कुंड, दिव्य शिला, जलमग्न शिवलिंग आदि देखने के लिए होते हैं।

यमुनोत्री में कौन से त्योहार मनाए जाते हैं?

यमुनोत्री में बसंत पंचमी, फूल देवी मेला और दीपावली जैसे त्योहार मनाए जाते हैं।

यमुनोत्री ट्रेक कितना लंबा है?

यमुनोत्री धाम तक पहुंचने के लिए करना पड़ता है जानकीचट्टी से यमुनोत्री तक 7 किमी का ट्रेक. इस रूट को पूरा करने में 2 से 4 घंटे का समय लगता है।

यमुनोत्री यात्रा के लिए सुझाव | Tips for Yamunotri Yatra

  • यमुनोत्री यात्रा के दौरान सही तरह से संगठित रहें। उच्चायु रोग के कारण अचानक स्वास्थ्य समस्याओं की संभावना हो सकती है।
  • पहाड़ी इलाकों में बारिश हो सकती है, इसलिए वर्षा ऋतु के लिए तैयार रहें।
  • अधिकतम सुरक्षा के लिए, यात्रा के दौरान एक गाइड के साथ रहें।
  • हमेशा आवश्यक दवाइयां और प्राथमिक चिकित्सा किट ले जाएं।
  • पानी और खाद्य सामग्री की उचित आपूर्ति सुनिश्चित करें।

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