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भारत का आखरी ओर पहला माणा गाँव | कहाँ है, कैसे जाए आदि।

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माणा गाँव भारत के उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित है, जो अब भारत का पहला गाँव के रूप में जाना जाता है। यह गाँव बद्रीनाथ धाम से केवल 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यहाँ से तिब्बती सीमा केवल 24 किलोमीटर दूर है। यह गाँव माहोल, संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है।

माणा गाँव का इतिहास | History of Mana Village

माणा गाँव का इतिहास महाभारत काल से जुड़ा हुआ है। मान्यताओं के अनुसार, पांडवों ने अपने हिमालय की यात्रा के दौरान इसी गाँव के माध्यम से स्वर्ग की यात्रा की थी। यहाँ के वासुधारा जलप्रपात को माना जाता है कि उसका संबंध भीम से है, जो महाभारत के पांडवों में से एक थे।

माणा गाँव कहाँ है? | Where is Mana Village?

माणा गाँव, उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित है। यह गाँव बद्रीनाथ धाम से केवल 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यहाँ से तिब्बती सीमा केवल 24 किलोमीटर दूर है।

भारत का आखरी ओर पहला गाँव: माणा गाँव

भारत के उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित माणा गाँव, जो पहले ‘भारत का अंतिम गाँव’ के रूप में जाना जाता था, अब ‘भारत का पहला गाँव’ के रूप में मनाने जा रहा है। यह स्थान बद्रीनाथ के आस-पास स्थित है, जो एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, और यह सिर्फ 4 किमी दूरी पर है। माणा गाँव की स्थिति करीब 3219 मीटर की ऊंचाई पर है और यह सरस्वती नदी के किनारे स्थित है।

माणा गाँव जाने का सर्वश्रेष्ठ समय | Best Time to Travel in Mana Village

माणा गाँव में यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय मई से अक्टूबर के बीच होता है। इस दौरान मौसम सुहावना और यात्रा के लिए अनुकूल होता है। नवंबर से अप्रैल तक यह गाँव बर्फ से ढक जाता है और रास्ते बंद हो जाते हैं।

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माणा गाँव कैसे पहुंचें? | Various Ways to Reach Mana Village

मोडमार्गदूरीसमयावधिलागत (अनुमानित लागत सीमा)
हवाई जहाजदिल्ली से देहरादून फ्लाइट, फिर कैब या बस से बद्रीनाथ532 किलोमीटर10-12 घंटे₹5000 – ₹8000
ट्रेनदिल्ली से हरिद्वार या देहरादून ट्रेन, फिर कैब या बस से बद्रीनाथ525 किलोमीटर10-12 घंटे₹1000 – ₹3000
बसदिल्ली से बद्रीनाथ बस, फिर वाकिंग या ऑटो से माणा गाँव538 किलोमीटर14-16 घंटे₹800 – ₹1500
कारदिल्ली से बद्रीनाथ वाया गाजियाबाद, मेरठ, रूडकी, हरिद्वार, ऋषिकेश, देवप्रयाग, रूद्रप्रयाग, नंदप्रयाग, जोशीमठ538 किलोमीटर14-16 घंटे₹7000 – ₹9000

माणा गाँव क्यों प्रसिद्ध है? | Why Mana Village is Famous?

माणा गाँव की प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्व के कारण यह प्रसिद्ध है। यह गाँव महाभारत काल से सम्बंधित मान्यताओं के लिए जाना जाता है। वासुधारा फॉल्स, भीम पुल, व्यास गुफा इस गाँव के प्रमुख आकर्षण हैं। इसके अलावा, यह गाँव “भारत का पहला गाँव” होने की अपनी पहचान के लिए भी जाना जाता है।

प्राकृतिक सौंदर्य

माणा गाँव में हिमालय की श्रृंगारित चोटियों और विशाल हरियाली का एक अद्वितीय मिलन होता है। इस स्थान का प्राकृतिक सौंदर्य प्रकृति प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग है। अनेक लोग इस स्थान की मनोहारी दृश्यों और स्थलों को देखने के लिए ट्रेकिंग पर जाते हैं।

ट्रेकिंग और धार्मिक स्थल

यहाँ स्थित विभिन्न धार्मिक स्थलों जैसे कि सरस्वती मंदिर, बद्रीनाथ मंदिर और वसुधारा झरने तक पहुंचने के लिए ट्रेकिंग की आवश्यकता होती है। इन स्थलों की यात्रा भारतीय संस्कृति और परंपरा की गहराई को समझने में मदद करती है।

‘भारत की पहली दुकान’

भारत के पहले गाँव की पहली दुकान में गरम चाय पीएं। यह एक ऐसा अनुभव होगा जो आपको माना में रहने का एक अभूतपूर्व अनुभव प्रदान करेगा। यह गाँव बेहद आकर्षक है, और यहाँ के लोगों का स्वागत आपको बहुत खुशी देगा।

प्राचीन संस्कृति और परंपराएं

गांव की एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और प्राचीन परंपराएं हैं जो आज भी जीवित हैं। माणा गांव के लोग अपने अनोखे रीति-रिवाजों, विश्वासों और जीवन शैली के लिए जाने जाते हैं जो पीढ़ियों से चले आ रहे हैं।

आध्यात्मिक महत्व

माणा गांव भी एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक स्थल है। माना जाता है कि यह गांव हिंदू महाकाव्य महाभारत के लेखक वेद व्यास का जन्मस्थान है। यह व्यास गुफा का स्थान भी है, एक गुफा जहां वेद व्यास ने महाभारत लिखी थी।

माणा गाँव की दूरी कम से कम 10 स्थल से | Distance of Mana Village from at least 10 Places

स्थानदूरी
बद्रीनाथ3 किलोमीटर
जोशीमठ46 किलोमीटर
ऋषिकेश275 किलोमीटर
हरिद्वार293 किलोमीटर
देहरादून327 किलोमीटर
चंडीगढ़481 किलोमीटर
दिल्ली538 किलोमीटर
जयपुर801 किलोमीटर
लखनऊ679 किलोमीटर
ग्वालियर848 किलोमीटर

माणा गाँव के आसपास प्रमुख पर्यटन स्थल | Major Tourist Attractions Around Mana Village

  1. वासुधारा वाटरफॉल(Vasudhara Falls): यह जलप्रपात माणा गाँव से 5 किलोमीटर की हाइकिंग पर स्थित है। यह जलप्रपात 400 फीट ऊंचाई से गिरने वाले पानी का एक अद्भुत दृश्य प्रदान करता है।
  2. व्यास गुफा (Vyas Gufa): यह गुफा महर्षि वेदव्यास द्वारा महाभारत लिखे जाने का स्थल मानी जाती है। गुफा में एक पत्थर की मेज है जो व्यास की लिखाई की मेज के रूप में स्थापित है।
  3. भीम पुल (Bhim Pul): यह पुल सरस्वती नदी पर स्थित है और मान्यताओं के अनुसार भीम ने इसे बनाया था।
  4. गणेश गुफा (Ganesh Gufa): इसे माना जाता है कि यह वही स्थान है जहाँ गणेश जी ने महाभारत की रचना की।
  5. तप्त कुंड: तप्त कुंड एक ऐसा कौन है जिसमें 12 महीनों से गर्म पानी निकलता है। माना जाता है कि कुंड के पानी में जो भी एक बार स्नान कर लेता है उसकी सभी त्वचा संबंधी बीमारियां दूर हो जाती है।
  6. माता मूर्ति मंदिर: माता मूर्ति मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है, कहां जाता है कि इसी जगह माता मूर्ति ने भगवान विष्णु के उनके बेटे के रूप में जन्म लेने के लिए विनती की थी। जिसके बाद विष्णु भगवान ने नर नारायण के रूप में जन्म लेकर माता कुंती की इच्छा पूरी की थी।
  7. ट्रैकिंग एडवेंचर स्पोर्ट्स: ट्रैकिंग एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए भी माणा गांव परफेक्ट है। यहां पर आने वाले ज्यादातर पर्यटक ट्रैकिंग का भरपूर लुत्फ उठाते हैं।
  8. जड़ी बूटियाँ: माणा गांव यहां पर मिलने वाली जड़ी बूटियों के लिए भी प्रसिद्ध है।

12 महीनों का माणा गाँव में तापमान डाटा | 12 Months Temperature Data in Mana Village

महीनाऔसत तापमान (°C)
जनवरी-5 से 7
फरवरी-3 से 10
मार्च3 से 15
अप्रैल7 से 20
मई10 से 25
जून15 से 30
जुलाई15 से 25
अगस्त15 से 25
सितंबर10 से 20
अक्टूबर5 से 15
नवंबर0 से 10
दिसंबर-5 से 7

माणा गाँव से सम्बंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्या माणा गाँव पूरे साल खुला रहता है?

नहीं, माणा गाँव नवम्बर से अप्रैल के बीच हिमपात के कारण बंद हो जाता है।

माणा गाँव में कौन सी भाषा बोली जाती है?

माणा गाँव में अधिकांश लोग गढ़वाली भाषा बोलते हैं। हालांकि, हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं का भी उपयोग होता है।

माणा गाँव में कौन सा धर्म अनुसरण किया जाता है?

माणा गाँव में अधिकांश लोग हिन्दू धर्म के हैं और उनकी धार्मिक रीतियाँ और परंपराएं भारतीय संस्कृति से जुड़ी होती हैं।

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